हम किसी भी परिस्थिति में हों, जब हम अपने हरिराया हरे माधव सतगुरु जी का नाम सिमरन करते हैं, उन्हें भाव से पुकारते हैं तो साहिबान जी प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप में आकर, अपना दिव्य हाथ देकर हमें हर दुख तकलीफ से उबारते हैं, रहमत करते हैं।
अनेकानेक प्रेमी रूहों ने ऐसे दया रहमत के वृतांत दर्ज कराए हैं, आप सभी भगतों से अनुरोध है कि सतगुरु मालिकों की दया रहमत की महिमा साखियां और आंतरिक अनुभव हरे माधव साहित्य में दर्ज कराना चाहते हैं तो नीचे दिए गए फॉर्म को भर कर दर्ज करा सकते हैं जी।