सच्चा मार्गदर्शक

हर एक आत्मा, परमपिता परमात्मा की अंश है जो अपने असल उद्देश्य को भूल कर, बाहरमुखी हो भ्रम में उलझ सांसारिक विषयों में भटक रही है।कर्मों के जाल में पड़ जनम-मरण का दुख भोग रही है। माया में फंसी आत्माओं की कष्टदायी दशा देख करुणावान हरे माधव प्रभु, समय-समय पर स्वयं मनुष्य शरीर को धारण कर इस संसार में “पूरण सतगुरु” के रूप में आते हैं। …

सच्चा मार्गदर्शक Read More »